एक गुलदस्ता
एक कोशिश कुछ फूलों को एक सूत्र में पीरो कर नया गुलदस्ता बनाने की
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Sunday, April 14, 2013
दोस्ती के इस शहर में हम वो शख्स
हैं जो
आंसूं खरीदते हैं अपनी मुस्कराहट बेच कर ....।।।।
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